कल  जिस तरह  filmfare  अवार्ड  की  shyam  को   आयोजको  ने  स्लमडॉग  के  बाल  कलाकारों  को   कई  घंटो  तक  बाहर  ही  खडा  रखा  और अंदर nahin  जाने  दिया  जब  की  दुसरे    के  कलाकार  अन्दर  आ  रहे थी । क्या  एस  से    बॉलीवुड   का   सामंतवादी   चेहरा    नहीं   दिखाता ?  क्या   es   से  नहीं दिखाता की  बॉलीवुड  इन  स्लम  के bachoo   से  इतना  जल  बुन  गया   है  कि  उनकी bae करने पर उतारू हो गया है ?
        पर  सच  यह   है  की  बॉलीवुड   के   सितारे   यह    bardas  नहीं   कर  पा रहे  की    स्लम    की   बच्चे उनसे   भी  आगे   पहुच    गये   है।
                                          जय   हो   slumdog
 
